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khushi
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मंगलवार, 15 जून 2010
कल सुलगती दोपहर में, उसकी यादों के गुलाब
इस तरह महके कि सारा घर गुलिस्ता हो गया
निदा फाज़ली
2 टिप्पणियां:
khushi
16 जून 2010 को 6:20 am बजे
wow
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khushi
16 जून 2010 को 6:21 am बजे
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