कुल पेज दृश्य

पृष्ठ

फ़ॉलोअर

Powered By Blogger

बुधवार, 4 अगस्त 2010



अब्रे-बहार ने
फूल का माथा,
अपने बनफ्शी हाथो में लेकर
ऐसा चूमा
फूल के सारे दुःख
खुशबू बन कर बह निकले हैं
                                        


4 टिप्‍पणियां: